
| भाषा | पुस्तक | विद्या | प्रकाशक | प्रकाशनवर्ष |
|---|---|---|---|---|
| हिन्दी | मोड़ पर | लंबी गीतों भरी कहानी | सरस्वती प्रेस, इलाहाबाद | 1956 |
| हिन्दी | अंकुर | कविता | प्राच्य भारती प्रकाशन | 1960 |
| हिन्दी | प्रवाल | कविता | प्राच्य भारती प्रकाशन | 1966 |
| हिन्दी | सान्ध्य संदोह | हिन्दी की प्रथम अनुबन्ध मंत्र कविता | प्राच्य भारती प्रकाशन | 1966 |
| हिन्दी | टेप अ-तिथि परि-वर्तन की | हिन्दी की प्रथम अनुबन्ध मंत्र कविता | पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला | 1978 |
| हिन्दी | इक अपना गाँव | हिन्दी की प्रथम अनुबन्ध मंत्र गीत | जागृति स्वाधीनता विशेषांक | 1983 |
| हिन्दी | मुकुल शैलानी | कविता | हिन्दी साहित्य वितान संस्थान | 1984 |
| हिन्दी | हाइकु | जापानी कविता शैली | अयन प्रकाशन | 1989 |
| हिन्दी | बालगितियाँ (वास्तु-मूल्य केंद्रित) | प्रवेशिका स्तरीय | पंजाब स्कूल सिक्षा बोर्ड | 1978 |
| हिन्दी | मुकुल: ग़ज़ल-ग़ज़ल | ग़ज़ल का मंत्र रूप | हिन्दी साहित्य वितान संस्थान | 1992 |
| हिन्दी | सुन स्वराज की धुन | कविता | हिन्दी साहित्य वितान संस्थान | 1997 |
| हिन्दी | जय-हिन्दी जय-हिंद कहें | कविता | हिन्दी साहित्य वितान संस्थान | 1999 |
| हिन्दी | राष्ट्र-सरगम (मौलिक ) | कविता | हिन्दी साहित्य सम्मेलन प्रयाग द्वारा राष्ट्रभाषा सवर्ण जयन्ती स्मरोह में लोकार्पित | 1999 |
| हिन्दी | पुष्पांजलि (वेद पुराणादि सेचुने अंश ) | काव्यानुवाद | मार्कणडेशवर समिति | 1992 |
| हिन्दी | अनुवाद विविधा (वेद पुराण बडला-तमिल) से अनूदित | काव्यानुवाद | हिन्दी साहित्य वितान संस्थान | 1995 |
| हिन्दी रा | राष्ट्र-सरगम (अनूदित) | वेद-पुराण-बडला-तमिल-अरबी से हिन्दी काव्यानुवाद | हिन्दी साहित्य सम्मेलन प्रयाग द्वारा राष्ट्रभाषा सवर्ण जयन्ती स्मरोह में लोकार्पित | 1999 |
| हिन्दी | वैदिक पृथ्वी सूक्त (अथर्ववेद) | काव्यानुवाद तीन खण्ड:आचमन-आहुति-पूर्णहुति | हिन्दी साहित्य वितान संस्थान | 2000 |
| अँग्रेज़ी | वैदिक पृथ्वी सूक्त | काव्यानुवाद तीन खण्ड: प्रोलॉग-ट्रांसलॉग-एपीलॉग | हिन्दी साहित्य वितान संस्थान | 2000 |
| पंजाबी | वैदिक पृथ्वी सूक्त | काव्यानुवाद तीन खण्ड: प्र्काश-पाठ-भोग | हिन्दी साहित्य वितान संस्थान | 2000 |
| अँग्रेज़ी | हार्बीज:स-बुक वन | कविता | ग्लोबल प्रकाशन | 1991 |
| अँग्रेज़ी | हार्बीज:स-बुक टू | अनुबंध कविता (नौमिनी एपीक्स) | ग्लोबल प्रकाशन | 1994 |
| पंजाबी | पंजाब दे राज रुक्ख दी अरदास मंत्र दी महँदी अते होर कवितावाँ | कविता | हिन्दी साहित्य वितान संस्थान | 1994 |